शुक्रवार, 19 सितंबर 2008

दुर्ग प्रधान डाक घर मे अव्यवस्था का आलम: जनता परेशान

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले मे स्थित प्रधान डाक घर अव्यवस्था की गिरफ्त मे है। किसी समय पोस्ट आफिस की साख ऐसी थी की लोग डाकिया को अपने रूपये पैसे जमा कराने हेतु दे दिया करते थे , लोग बेसब्री से डाकिया के आने का इन्तजार करते थे किंतु आज स्थिति अत्यंत भयावाह है पोस्ट आफिस मे आपके द्वारा जमा किए गए पैसे भी सुरक्षित है अथवा नही आप कुछ कह नही सकते । दुर्ग के प्रधान डाक घर मे आए दिन आम जनता के साथ दुर्व्यवहार यंहा के कर्मचारियों द्वारा किया जाना आम बात हो गई है , विभिन्न पदों के लिए बेरोजगार युवा बड़ी संख्या मे आवेदन भेजते है लेकिन समय पर डाक नही मिलने के कारण कई अभ्यर्थी भर्ती के अवसरों से वंचित हो जाते है , हलाकि अब डाक घरो मे कंप्यूटर की सुविधा भी दे दी गई है किंतु काम करने की गति उनकी पहले से भी कम हो गई है घंटो लोगो को लाइन मे खडा करके रखते है ओउर बाद मे कभी लंच का टाइम तो कभी अवकाश का टाइम का बहाना करके लोगो को परेशान करते है , आख़िर लोग थक हार कर निजी कोरियर कम्पनी की सेवा लेना पसंद करते है । कंही इन सब कारणों के पीछे निजी कम्पनियों को फायदा पहुचने की तो नही है ? लोगो मे डाकघर के प्रति रोष बढ़ता ही जा रहा है डाक घर जिला कार्यालय के नजदीक होने के कारन दूर दराज से आए ग्रामीण भी घंटो कतार मे खड़े दिख जाते है डाकघर के कर्मचारी बड़ी हिकारत के साथ अह्सहानुभुती पूर्वक व्यवहार करते है । डाक घर की साख कितनी कम हो गई है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की लोगो मे डाकघरों की जमा योजनाओ के प्रति भी विश्वास नही रहा है और प्रतिवर्ष जमा के आंकडे कम से कम होते जा रहे है , चाहे वह nsc हो या rd या beema सभी मे लोग दूर होते जा रहे है ।
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